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हिन्‍दी साप्‍ताहिक समाचार पत्र

Hindi Weekly News Paper of India

Saproon, Solan, Himachal Pradesh- 173211 (INDIA) Contact : +91 94181 04770

   दीपावली विशेषांक 2024  

 

भगवान राम पर आस्‍था का पर्व है...

     हिन्दू समाज में दीपावली भगवान रामचन्द्र पर आस्था का प्रतीक है। हलांकि भगवान राम का नाम मौजूदा परिवेश में एक राजनैतिक शब्द के रूप में परोसा जाने लगा है। लेकिन अधिक संख्या में आज भी लोग राजनीति को एक कोने में धर कर भगवान राम में वही आस्था बनाए हुए है जैसी आस्था सदियों से हिन्दू समाज में चली आ रही है। हमारी वह परंपरा लोकतांत्रिक ही नहीं है सर्व धर्म संभव का प्रतीक भी है। भगवान राम का नाम हर हिन्दू के लिए एक भावनात्मक लगाव से भी जुड़ा हुआ है और मौजूदा परिवेश में भगवान राम का नाम लेकर उसी भावना पर आक्रमण भी किया जा रहा है। कुछ भी हो भगवान राम वैसे ही है जैसे सदियों पहले थे और हम सबकी दीपावली भी वैसी ही है जैसे सदियों पहले हिन्दू समाज के लिए थी। मान्यता यह है कि कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की अमावस्य की काली रात को दीपावली पर्व मनाया जाता है। इसी दिन भगवान राम 14 वर्ष का बनवास काटकर अपने धर अयोध्या लौटे थे। काली रात को वैसे भी अशुभ माना जाता है। तब अयोध्यावासियों ने आग जलाकर चारों ओर उजाला करके अपने राजा रामचंद्र का स्वागत किया था।        जारी..

 

ग्रास साप्‍ताहिक का स्‍थापना दिवस

संजय हिंदवान

     आज से 32 वर्ष पूर्व ग्रास साप्ताहिक समाचार पत्र का प्रकाशन सोलन नगर से शुरू किया गया था। आज ग्रास साप्ताहिक मात्र एक साप्ताहिक समाचार पत्र ही नहीं है बल्कि इसकी एक शानदार वेबसाइट भी है। इस वेबसाइट के जरिए ग्रास साप्ताहिक की पहुंच देश विदेश तक बनी है। इस अवसर पर हम अपने पाठकों, शुभचिंतकों व सहयोगियों को शुभकामनाएं देते हैं। हिमाचल प्रदेश के छोटे से सोलन नगर से प्रकाशित ग्रास साप्ताहिक ने अपनी पत्रकारिता के 32 वर्ष पूरे कर 33वें वर्ष में प्रवेश कर लिया है। हिमाचल प्रदेश की पृष्ठभूमि से निकले हजारों लोग विदेश की धरती पर भी ग्रास साप्ताहिक को बड़े चाव से पढ़ते हैं। आज भी ग्रास को अपने पुराने और नए सहयोगियों को साथ रखते हुए पत्रकारिता में और अधिक लंबा सफर तय करना है। ग्रास की मूल प्रतियां हमारे सोलन कार्यालय से हिमाचल प्रदेश में ही नहीं भारत के लगभग हर प्रांत में डाक द्वारा भेजी जाती है। इंटरनेट एडिशन होने के बावजूद बहुत से पाठक ग्रास की प्रिंटिड कापी को पढ़ना अधिक पसंद करते हैं। हिमाचल प्रदेश से प्रकाशित होने के कारण इसमें हिमाचल को अधिक स्थान दिया जाता है और सर्वाधिक कापियां भी इसकी सोलन में ही बिकती हैं। हमारा प्रयास रहता है कि इसमें ऐसी रोचक सामग्री प्रकाशित की जाए जिसमें प्रदेश और देश के अन्य प्रांतों में बैठे हमारे सभी पाठक भी रुचि लें।        जारी...

 

चंद्रचूड़ से निराशा

     यह बात भी सत्य है कि जितनी लेकप्रियता मुख्य न्यायधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बनने के बाद बटोरी वह निराशा में बदल गई। उनके प्रशंसक भी हैरान है कि आखिर उन्हें क्या हो गया है। एक जज के तौर पर उनका जीवन बहुत शानदार था और वह अब बिन बुलाई आफतों से घिरते जा रहे हैं। आखिर सेवानिवृति के कुछ दिन पहले उन्हें ऐसे वक्तव्य देने की क्या जरूरत आन पड़ी कि देश दुनियां के सामने सवालों के कटघरे में घिर गए हैं। अब वह अपनी सेवानिवृति 10 नवंबर 2024 के बाद क्या कहेंगे या किस प्रकार का आचरण उनका रहेगा इसी से लोग अंदाजा लगाएंगे कि उनकी बातों पर विश्वास किया जाए या नहीं। राम मंदिर का फैसला पूर्व मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई की सेवानिवृति के बाद उन पर लगे ढेरों आरोपों के बाद दफन हो गया था। लेकिन जस्टिस चंद्रचूड़ ने इसे फिर से कयामत के लिए खड़ा कर दिया है। आखिर उन्हें क्या जरूरत पड़ी थी इस मामले में हाथ डालकर अपने हाथ जलाने की।       जारी...

 

महाराष्‍ट्र में दीपावली मनेगी या अमावस्‍य

     दीपावली के 20 दिन बाद एक और दीपावली देश में मनाई जाएगी, जब महाराष्ट्र के चुनाव परिणाम देश के सामने होंगे। यह दीपावली किसी के लिए अमावस्य की रात भी होगी। हलांकि अनुमान यही लगाया जा रहा था कि महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन टीम मोदी की चूहलें हिला देगा लेकिन हरियाणा में मिली हार ने मोदी विरोधियों के हौंसले पस्त कर दिए हैं। महाराष्ट्र में दीपावली के बाद चुनाव प्रचार पूरे यौवन पर होगा और फिर 13 नवंबर को झारखंड में वोट डाले जाएंगे। महाराष्ट्र में वोटिंग 20 नवंबर को होगी और 23 नवंबर को चुनाव परिणाम निकाले जाएंगे। यह चुनाव इसलिए भी प्रतिष्ठा का प्रश्न बने हुए हैं क्योंकि यह जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के लिए जीवन मरण का सवाल हैं वहीं उद्धव ठाकरे और शरद पवार के लिए किसी काली रात से कम नहीं हैं। लोग दीपावली के बाद महाराष्ट्र चुनाव में होने वाली आतिशबाजी की प्रतीक्षा में रहेंगे।     जारी...

 

सोलन के सर्राफा बाजार ने हिमाचल प्रदेश में धूम मचाई

     सोलन का सर्राफा बाजार आजकल पूरे हिमाचल प्रदेश में सुर्खियों में है। सोलन के स्वर्ण बाजार ने हिमाचल ही नहीं हरियाणा और पंजाब तक के सर्राफा बाजार में धूम मचा रखी है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि यहां के किसी स्वर्ण व्यापारी ने लक्की ड्रॉ में तीन कारें अपने ग्राहकों को पुरस्कार में देने के लिए रख दी है। वहीं किसी और ने एक एक लाख रुपए के ड्रॉ प्रतिदिन की घोषणा एक माह तक निकालने की है। सोलन के बाजार में पिछले एक माह से स्वर्ण बाजार की ही चरचा है। कुछ मिलाकर करोड़ों रुपए के इनाम स्वर्ण व्यापारियों ने लोगों के लिए रख दिए हैं। इनमें सबसे अग्रणीय भूषण ज्वेलर्स का नाम है, जिन्होंने अपने ग्राहकों को तीन टॉटा की कारें ईनाम में दिए जाने की स्कीम चला रखी है। इसी के साथ पांच होंडा एक्टिवा स्कूटर भी लक्की ड्रा विजेताओं को दिए जाएंगे। इसके अलावा भी लाखों रुपए के पुरस्कार सोना खरीदने वाले ग्राहकों को दिए जाएंगे। यह स्कीम 11 दिसंबर तक चलेगी और फिर लक्की ड्रा निकाले जाएंगे। इसके अलावा एक ज्यूलर ने एक लाख रुपए प्रतिदिन के लक्की ड्रा निकाले हैं। कुल मिलाकर सर्राफा बाजार सोलन में सभी ज्यूलर्स के पुरस्कार देने का सिलसिला दीपावली के बाद थम जाएगा जबकि भूषण ज्यूलर्स की स्कीम 11 दिसंबर तक जारी रहेगी। लोग दीपावली के बाद भी ब्याह शादियों का सोना भूषण ज्यूलर्स से ही लेंगे।       जारी...

 

आन लाइन शॉपिंग से परेशान हुआ सोलन बाजार

     दीपावली के दिनों में भी सोलन के व्यापारी ऑन लाइन शॉपिंग के बढ़ते रुझान से परेशान दिखे। व्यापारियों का कहना है कि आन लाइन शॉपिंग ने पूरे सोलन के बाजार को तहस नहस करके रख दिया है। कुछ ही प्रकार के व्यवसाय रह गए हैं जहां आन लाइन शॉपिंग की मार अपना असर नहीं दिखा पा रही है, वरना हर जगह बुरे हाल हैं। अधिकतर दुकानदारों का कहना है कि जबसे आन लाइन शॉपिंग से छोटे छोटे सामान की बिक्र शुरू हुई है तब से उनकी दुकानों पर ग्राहकों का आना न के बराबर ही हो गया है। साथ ही सोलन में मॉल कल्चर भी सोलन के दुकानदारों पर बड़ी मार कर रहा है। रही सही कसर हिमाचल उत्सव जैसे मेलों ने पूरी कर दी है। शायद यही वजह है कि व्यापारियों ने इस प्रकार के मेलों में लगने वाले स्टालों के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था। कानून चाहे कुछ भी कहे लेकिन सोलन के दुकानदारों पर जो संकट है उससे बहुत से दुकानदार अपना व्यवसाय बंद करके अन्य काम धंधों में लग जाएंगे। कहा जा सकता है कि ऑन लाइन शॉपिंग से हजारों दुकानदारों के व्यवसाय पर संकट आ गया है और वह अब कुछ ही वर्ष व्यवसाय के लायक बचे हैं। कुछ का कहना है सोने के कारोबार पर ऑन लाइन शॉपिंग का कोई असर नहीं है। तभी सोने के व्यापारी दीपावली पर दिल खोलकर करोड़ों रुपए का व्यवसाय कर रहे हैं। हार्डवेयर व्यवसाय पर भी ऑन लाइन शापिंग का कम असर है। इसी प्रकार रेस्तरां के व्यवसाय पर भी ऑन लाइन शॉपिंग बे असर ही है।      जारी...

 

दीपावली पर्व आपसी प्रेम व भाई चारे को बढ़ाता है

     दीपावली पर पर्व पर मिठाइयों और पुरस्कारों का आदान प्रदान से जहां इस पर्व के आनंद को बढ़ाता है वहीं आपसी प्रेम और भाई चारा भी इस पर्व के कारण बढ़ता है। लोग एक दूसरे को गले लगाकर इस पर्व की शुभकामनाएं देते हैं। एक दूसरे की समृद्धि और संपन्नता के लिए दुआएं करते हैं। हिन्दुआ में यह पर्व सबसे अच्छा और आकर्षक पर्व माना जाता है और लोग इसे बढ़ी पवित्रता के साथ मनाते हैं। मां लक्ष्मी की पूजा को शुद्धता के साथ मनाने की तैयारियां कई दिन पहले से कर ली जाती है। घर की साफ सफाई के साथ साथ रंग रोगन और पुताई का काम भी दीपावली पर्व आने से पहले ही पूरा कर लिया जाता है ताकि लक्ष्मी पूजन के समय उनका घर साफ सुथरा और सुंदर दिखाई दे और मां लक्ष्मी उनके घर में प्रवेश करे। दीपावली पर लोग धर द्वार पर रंगोली बनाकर मां लक्ष्मी का स्वागत भी करते हैं। यह भी कहा जाता है कि दीपावली का समय मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सबसे उपयुक्त समय होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार दीपावली पर्व पर धन की देवी महालक्ष्मी को प्रसन्न करने की लिए उनका पूजन किया जाता है ताकि उनकी कृपा हमेशा हम पर बनी रहे और घर में खूब धन की वर्षा हो ताकि सुख समृद्धि घर में व्याप्त हो।        जारी

 

दीपक जलाने के लिए भी कई मान्‍यताएं बताई जाती हैं

     दीपावली को दीपों का त्योहार भी कहा जाता है। अब तो बाजार में तरह तरह के रंगबिरंगे बिजली से चलने वाले दीपक भी आ गए हैं। दीपावली पर मोमबत्ती जलाकर प्रकाश करने की परंपरा भी विकसित हो चली है। इसके अतिरिक्त रंगबिरंगा प्रकाश देने वाली तरह लरह की लाइटें भी दीपावली पर खूब जलाई जाती है। दीपावली पर प्रकाश फैलाना शुभ माना जाता है लेकिन दीपक जलाने की कुछ परंपराओं पर लोग बहुत ध्यान देते हैं। कहा तो यह भी जाता है कि भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए तीन बत्तियों वाला घी का दीपक जलाने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है। यदि आप मां लक्ष्मी की अराधना करते हैं और चाहते हैं कि उनकी कृपा आप पर बरसे तो उसके लिए आपको सातमुखी तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। देवी के हमेशा तिल के तेल ही दीपक जलाना चाहिए, साथ में गाय के घी का भी जलाना चाहिए। दाएं तरफ घी का और बांए तरफ तिल के तेल का दीपक रखना चाहिए। इसके अलावा इन बातों पर भी ध्यान देना चाहिए:-
    ’ यदि आपका सूर्य ग्रह कमजोर है तो उसे बलवान करने के लिए आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें और साथ में तिल के तेल का दीपक जलाएं।          जारी

 
 

दीपावली पर सोलन के गणमान्‍य व्‍यक्तियों की ओर से शुभकामनाएं

 
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