शराब पीकर वाहन
चलाने वालों की अब खैर नहीं
शराब पीकर वाहन
चलाने वालों के खिलाफ अभियान...
विशेष संवाददाता
शिमला
: शराब पीकर वाहन चलाने वालों की अब खैर नहीं इसके लिए हिमाचल
प्रदेश पुलिस ने साप्ताहिक अभियान की शुरुआत कर दी है। अक्तूबर तक चले एक
साप्ताहिक अभियान में विभिन्न जिलों में शराब पीकर वाहन चलाने वालों के लिए कुल
46901 वाहनों की जांच की गई। इस अभियान के तहत विभिन्न जिला में नाके लगाकर
वाहनों को रोका गया और इस बात की जांच की गई कि कोई व्यक्ति शराब पीकर वाहन तो
नहीं चला रहा है। पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाते हुए पकड़े गए 1,246 चालान काटे।
कहते हैं इस साप्ताहिक अभियान से पहले औसत प्रति सप्ताह 195 चालान जारी किए
जाते रहे हैं। इसका अर्थ यही निकाला जा रहा है कि लोग काफी संख्या में शाराब
पीकर वाहन चलाते हैं और अपनी व अन्य लोगों की जान के लिए खतरा बनते हैं। शराब
पीकर वाहन चलाने के लिए एमवी अधिनियम की धारा 202 के तहत 290 व्यक्तियों को
गिरफ्तार भी किया गया। इस अभियान से पहले इस वर्ष भर में कुल 51 गिरफ्तारियां
ही हुई थीं।
पुलिस ने इस अभियान के दौरान शराब पीकर वाहन चलाने के लिए संबंधित लाइसेंसिंग
अधिकारियों को 483 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश की है। जबकि इससे
पहले 2032 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए थे। इस अभियान से यह बात तो साबित हो
गई है कि काफी लोग बार बार हिदायतें दिए जाने के बावजूद शराब पीकर वाहन चलाने
से बाज नहीं आते हैं। यह संख्या उन लोगों की है जो पुलिस के हत्थे चढ़ गए। ऐसे
लोग इसमें शामिल नहीं हैं जो शराब पीकर वाहन चलाते हैं और ऐसे रास्तों पर चलते
हैं जहां पुलिस जांच कभी कभार ही होती है। कह सकते हैं जो लोग पुलिस की गिरफत
में नहीं आए वह इस संख्या में शामिल नहीं हैं।
इस अभियान को देखते हुए कहा जा सकता है कि अब हिमाचल प्रदेश पुलिस ने शराब के
नशे में वाहन चलाने वालों पर नकेल कस दी है। इस प्रकार के साप्ताहिक अभियान अब
बीच बीच में चलते रहेंगे ताकि लोग शराब पीकर वाहन न चलाएं और जहां वह खुद को
सुरक्षित रखें और दूसरों की सुरक्षा को भी ध्यान में रखें। इस परिणाम के बाद
पुलिस ने प्रदेश में विभिन्न जगहों पर नाकाबंदी कर वाहन चालकों की जांच और तेज
कर दी है।
हिमाचल प्रदेश पुलिस की ओर से कहा गया है कि यह कदम यह सुनिश्चित करने की
व्यापक रणनीति का हिस्सा है कि उल्लंघनकर्ताओं को उचित परिणाम भुगतने पड़ें,
जिससे दूसरों के लिए यह एक निवारक के रूप में कार्य करे। पुलिस ने जनता से
अनुरोध किया है कि वह यातायात नियमों का पालन करें और शराब पीकर गाड़ी चलाने की
किसी भी घटना की सूचना निकटतम पुलिस स्टेशन या 112 डायल करके दें। ताकि धीरे
धीरे शराब पीकर वाहन चलाने वाले पर नकेल कसी जा सके।
हिमाचल प्रदेश एक पर्यटन राज्य है और यहां अक्सर पर्यटक मौज मस्ती करने आते
हैं। लेकिन पुलिस की सख्ती उस समय जायज लगने लगती है जब कोई दुर्घटना शराब पीकर
चलने वाले वाहन चालक से हो जाती है और उसमें कई जिंदगियां समाप्त हो जाती हैं।
प्रदेश सरकार भी पर्यटकों और स्थानीय लोगों से यह आग्रह करती रही है कि वह
हिमाचल में मौज मस्ती करें लेकिन कानून व्यवस्था का भी ध्यान रखें। शराब पीकर
वाहन चलाना एक दंडनीय अपराध है। पुलिस इसी अपराध को रोकने के लिए कृत संकल्प
है। यही वजह है कि हिमाचल की कड़ाके की ठंड और मैदानी इलाकों की गर्मी में पुलिस
सड़कों पर जूझती रहती है।
|