डमी एडमिशन के खिलाफ अब हिमाचल शिक्षा बोर्ड भी
हुआ
हिमाचल के प्रायवेट स्कूलों की हवा
हुई टाइट...
निजी संवाददाता
शिमला : डमी एडमिशन के खिलाफ अब हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड भी हो गया है। अब
ऐसे स्कूलों की धरपकड़ की जा रही है जो स्कूल में कई गुणा पैसे लेकर छात्रों को
डमी एडमिशन दे देते हैं। ऐसे छात्र चंडीगढ़ या अन्य स्थानों के कोचिंग सेंटर में
कोचिंग ले रहे होते हैं। बाद में यह बच्चे अपने डमी एडमिशन वाले स्कूल में
परीक्षाएं देने पहुंच जाते हैं और टॉप पोजीशन्स पर पहुंच जाते हैं।
इस पर अंकुश लगाने का कार्य सीबीएसई ने पहले ही कर रखा है। अब हिमाचल प्रदेश
स्कूल शिक्षा बोर्ड ने संबद्धता प्राप्त निजी शिक्षण संस्थानों का औचक निरीक्षण
करने का निर्णय लिया गया है। औचक निरीक्षण में यदि किसी निजी संस्थान में डमी
एडमिशन पाई जाती है तो संबद्धता रेगुलेशन के निर्धारित नियमों के तहत संस्थान
को प्रदान की गई संबद्धता को सक्षम अधिकारी द्वारा तुरंत वापस ले सकता है। इस
आदेश से कई प्रायवेट स्कूलों की हवा टाइट हो गई है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड को मिली शिकायतों में कहा जा रहा था कि कुछ
संस्थानों द्वारा अपने विद्यालय में डमी एडमिशन करवाई जाती है। ऐसे मामलों में
सीबीएसई बोर्ड द्वारा उनसे संबद्धता प्राप्त शिक्षण संस्थानों की इस संदर्भ में
जांच की जा रही है और जांच में यदि यह पाया गया कि संस्थानों द्वारा डमी एडमिशन
करवाई गई है तो ऐसे संस्थानों की संबद्धता रद्द करने पर भी विचार किया जा रहा
है। हिमाचल में बोर्ड से संबद्धता प्राप्त समस्त निजी शिक्षण संस्थानों से
आग्रह किया है कि वह अपने संस्थान में किसी भी विद्यार्थी को डमी एडमिशन न दें
तथा संबद्धता रेगुलेशन में निर्धारित नियमानुसार ही संस्थान का संचालन करें।
बोर्ड ने निर्णय लिया है कि वह भी निजी शिक्षण संस्थानों का औचक निरीक्षण
करेगा, यदि औचक निरीक्षण के दौरान किसी संस्थान में डमी एडमिशन पाई जाती है तो
संबद्धता रेगुलेशन में इस बारे पहले से ही निर्धारित नियम 16.13.7 के अंतर्गत
संस्थान को प्रदान की गई संबद्धता को सक्षम अधिकारी द्वारा तुरंत वापस ले लेगा।
इसके लिए संस्थान प्रबंधन स्वयं उत्तरदायी होगा। अब देखना यह है कि बोर्ड के
अधिकारी इस पर कैसी कार्यवाही करते हैं जबकि सूचना यह भी मिल रही है कि हिमाचल
के कई स्कूल डमी एडमिशन के घंघे में खूब चांदी कूटी जा रही है।
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