बिजली बैंकिंग की ओर हिमाचल प्रदेश ने फिर कदम
बढ़ाया
पंजाब और छत्तीसगढ़ को बिजली बेचनी
शुरू की...
निजी संवाददाता
शिमला : हिमाचल प्रदेश बिजली बैंकिंग की ओर फिर से बढ़ने लगा है। इसी के तहत अब
हिमाचल ने पंजाब और छत्तीसगढ़ को बिजली बेचना शुरू कर दिया है। अब हिमाचल
गर्मियों में बिजली मैदानी इलाकों को बेचेगा और सर्दियों में उनसे बिजली
खरीदेगा। ऐसा हिमाचल पहले भी करता था और अब इसे फिर से शुरू किया जा रहा है।
अभी दोनों राज्यों को करीब 60 लाख यूनिट बिजली रोजाना दी जाएगी। जून माह में
इसे और बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
कहा जा रहा है कि दोनों राज्यों के साथ बिजली को लेकर अक्तूबर महीने तक का करार
कर लिया गया है। आने वाले दिनों में दोनों राज्यों को 100 100 लाख यूनिट बिजली
रोजाना बेची जा सकेगी। इसके साथ कुछ दूसरे राज्यों के साथ भी नए करार किए जा
सकते हैं। इसके लिए स्टेट लोड डिस्येच सेंटर टेंडर निकालेगा। फिलहाल हिमाचल में
बिजली उत्पादन चढ़ा हुआ है। प्रदेश की बिजली परियोजनाओं में सौ फीसदी उत्पादन
होना शुरू हो गया है।
हिमाचल प्रदेश के लिए राहत की बात यह है कि अब उसे बाहर से बिजली नहीं लेनी पड़
रही, बल्कि अगले करीब पांच महीने तक वह दूसरे प्रदेशों को बिजली बेच सकेगा। जिस
तरह से आजकल बारिश का दौर जारी है, उससे बिजली उत्पादन के लिए परियोजनाओं को
भरपूर पानी मिल रहा है। इससे पहले ऐसा भी समय था जब बिजली उत्पादन मात्र पांच
से 10 फीसदी तक ही रह गया था। उस समय बाहर से बिजली खरीदनी पड़ रही थी। दिल्ली,
उत्तर प्रदेश और राजस्थान भी गर्मियों में हिमाचल से हर साल बिजली की खरीद करते
हैं। माना जा रहा है कि इस बार हिमाचल को बिजली के काफी अच्छे दाम मिलेंगे।
बैंकिंग में इस बार कितनी बिजली ली गई उसका आकलन किया जा रहा है। कहा जा रहा है
कि अप्रैल महीने में पंजाब या दूसरे किसी राज्य में बैंकिंग के माध्यम से जो
बिजली हिमाचल ने ली है, उसे प्रीमियम के साथ जुलाई महीने में वापस किया जाएगा।
यानी 100 रुपए की बिजली ली गई होगी तो उसको एवज में 115 रुपए की बिजली वापस
लौटाई जाएगी। अच्छी बात यह है कि इससे हिमाचल का राजस्व बिजली उत्पादन से बढ़ेगा
और सर्दियों के मौसम में हिमाचल को बिजली की कोई कमी नहीं होगी।
|