क्या फिर होगी
जंग
ऑपरेशन सिंदूर
में पाकिस्तान के ठिकाने नेस्तानाबूद...
विशेष संवाददाता
शिमला : कश्मीर के पहलगाम से शुरू हुई जंग ने भारत और पाकिस्तान की सेना को
आमने सामने खड़ा कर दिया है। दो दिन तक दोनों तरफ से खूब गोला बारूद बरसाया गया।
दो दिन बाद दोनों देशों के बीच युद्ध विराम हो गया। अब कई प्रश्न यह खड़े हो गए
हैं। कहा जा रहा है कि दोनों के बीच फिर से युद्ध होकर रहेगा। दोनों तरफ से हो
रहे बयानों की बौझारें इसी ओर इशारा कर रही है कि जंग एक बार फिर होगी।
कई और गतिविधियां यह इशारा कर रही हैं कि युद्ध फिर से होगा क्योंकि दो दिन तक
हुए युद्ध का अंत संतोषजनक परिणाम के साथ नहीं हुआ है। दोनों देशों के बीच
बैठकर कोई लिखित समझौता भी नहीं हुआ है। इससे यह भी स्पष्ट नहीं हो रहा है कि
इस युद्ध में कौन जीता कौन हारा। पहलगाम घटना का बदला लेने के लिए भारत ने
आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर गोलाबारी की, इसके विरोध में
पाकिस्तान की ओर से भी मिजाइल और ड्रोन भारत पर दगे गए। भारतीय सेना के डिफेंस
सिस्टम ने जहां पाकिस्तान के हर हमले को नाकाम कर दिया वहीं भारत ने पाक के
करीब नौ आतंकवादी ठिकानों को नेस्तानाबूद कर दिया।
सेना की ओर से यह खबरें भी मिली हैं कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तानी
सेना के कई ठिकानों को नेस्तानाबूद किया और उसके डिफेंस सिस्टम को भी तबाह कर
दिया। भारतीय सेना के डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान की ओर से आई 400 से 500
मिजाइलों और ड्रोनस को हवा में ही मार गिराया। भारतीय सेना पूरे पराक्रम से
युद्ध में डटी हुई थी कि अचानक अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से युद्ध
विराम की घोषणा कर दी। बाद में दोनों देश की सेनाओं के बीच युद्ध अपने आप थम
गया।
इस पूरे प्रकरण में कई तरह की बातें प्रतिदिन हो रही हैं। राजनीति भी खूब हो
रही है। भारत पाक के बीच रिश्तों में कोई बदलाव नहीं आया है। अंतर्राष्ट्रीय
संबंधों पर भी बातें छन छनकर बाहर आ रही हैं। इन तमाम बातों के बीच यह बात बार
बार सामने आ रही है कि जब दोनों देशों के बीच शत्रुता बिल्कुल भी कम नहीं हुई
है, बल्कि बढ़ गई है तो एक बार फिर युद्ध होकर ही रहेगा। यह युद्ध कब होगा यह
नहीं कहा जा सकता है पर युद्ध के लक्ष्ण बने हुए हैं। इस सारे प्रकरण में अब
यही बात कही जा रही है कि जैसे भी हो युद्ध विराम तो हो गया है लेकिन टीस अभी
तक नहीं गई है। यदि अब फिर से पाक आतंकियों ने पहलगाम जैसी किसी भी घटना को
अंजाम दे दिया तो फिर दोबारा युद्ध होकर ही रहेगा। भारत सरकार की ओर से यह बात
साफ शब्दों में कह दी गई है।
भारत की जनता और सेना इस बार पाकिस्तान से आर पार का हिसाब करने के लिए ही जंग
के समर्थन में उतर गई थी। भारतीय राजनायिकों की सोच के कारण युद्ध एक बार तो
रुक गया है। लेकिन अब यदि युद्ध हुआ तो वह आसानी से रुकने वाला नहीं है। यहां
यह बात भी गौर करने वाली है कि पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद रुकने वाला नहीं
लगता है। भारत का एतराज यह है कि पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म करे और उन्हें अपनी
धरती पर संरक्षण देना बंद करे। पिछले 70 सालों से पाकिस्तान सीमा पर
आतंकवादियों से गतिविधियां करवा रहा है इसकी जानकारी भारत सरकार को भी है,
इसमें सुधार की संभावना नहीं है।
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